अदिति सिंह (पॉलिटिशियन) का जीवन परिचय Aditi Singh Wikipedia Biography in hindi

जन्म स्थान (Birthplace) : लखनऊ, उत्‍तर प्रदेश पति का नाम (Husband) : अंगद सिंह उम्र (Age) : 34

कौन हैं अदिति सिंह (Aditi Singh) ?

अदिति सिंह (Aditi Singh) उत्‍तर प्रदेश विधानसभा में रायबरेली की सदर सीट से विधायक हैं। वह 17वीं विधानसभा में पहली बार विधायक चुनी गईं। बता दें कि अदिति सिंह के पिता अखिलेश सिंह भी उत्‍तर प्रदेश की राजनीति का एक जाना-माना चेहरा थे। वह खुद पांच बार विधायक रह चुके हैं। कांग्रेस पार्टी से निलंबन के बाद अब 24 नवंबर 2021 के दिन अदिति सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

गांधी परिवार की करीबी मानी जाने वाली अदिति को 2017 में कांग्रेस पार्टी का टिकट मिला था। अदिति को प्रियंका गांधी वाड्रा की काफी करीबी माना जाता है। कुछ का यह भी दावा है कि अदिति ने प्रियंका वाड्रा की सलाह पर राजनीति में आने के लिए अपना कॉर्पोरेट करियर छोड़ दिया था ।

क्यों है चर्चा?

  • रायबरेली से कांग्रेस की बागी विधायक अदिति सिंह 24 नवंबर 2021 को कांग्रेस पार्टी को छोड़ कर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) में शामिल हो गईं है ।

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पूरा नाम (Name) अदिति सिंह (Aditi Singh)
उपनाम (Nickname) अदिति (Aditi)
जन्म स्थान (Birthplace)लखनऊ, उत्‍तर प्रदेश
जन्म तिथि (Date of Birth)15 नवंबर 1987
उम्र (Age)34
पेशा (Profession)राजनीतिज्ञ (Politician)
पार्टी (Party)भारतीय जनता पार्टी
शैक्षिक योग्यता (Educational qualification)मैनेजमेंट की डिग्री
धर्म (Religion)हिंदू
जातिक्षत्रिय
गृहनगर(Hometown)रायबरेली ,उत्तरप्रदेश , भारत
पिता का नाम (Father)अखिलेश सिंह (Akhilesh Singh)
माता का नाम (Mother)वैशाली सिंह (Vaishali Singh)
बहन (Sister)देवांशी सिंह (Devanshi Singh)
भाई (Brother)Not Known
विवाहित स्थिति (Marital Status)विवाहित
पति का नाम (Husband)अंगद सिंह (विधायक)

निजी जीवन

अदिति सिंह का जन्म 15 नवंबर 1987 को उत्तरप्रदेश में पिता अखिलेश सिंह के यहाँ हुआ था। अखिलेश सिंह उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली सदर सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं। 20 अगस्‍त 2019 के दिन कैंसर के कारण अदिति के पिता का निधन हो गया था।

यूपी की राजनीति में कई ऐसे नाम हैं जो अपने पिता की राजनीतिक विरासत को आगे बढ़ा रही हैं। ऐसे ही लोगों में एक नाम अदिति सिंह का भी है।अदिति सिंह यूपी की बेहद युवा विधायक हैं। वह उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा की सबसे कम उम्र की सदस्यों में से एक हैं । उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव 90,000 से अधिक मतों के अंतर से जीता था। उन्होंने नवांशहर निर्वाचन क्षेत्र से पंजाब विधानसभा के विधायक अंगद सिंह सैनी से शादी की है ।

एक इंटरव्‍यू में अदिति ने बताया था कि उन्‍होंने अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट‍ की डिग्री हासिल की। इसके साथ ही उन्‍होंने एक फैशन हाउस में चार महीने की अनपेड इंटर्नशिप भी की थी। दरअसल पहले अदिति अपना करियर फैशन के क्षेत्र में ही बनाना चाहती थीं।  डिग्री पूरी करने के बाद जब वह अपने घर रायबरेली आईं, तब यहां के रहन-सहन से अंजान थीं। उन्‍होंने बताया कि वह शहर के गरीब लोगों की जिंदगी देखकर अंदर से हिल गई थीं। एक बार एक गरीब बच्‍चा उनके घर के बाहर खड़ा था, जिसने फटे हुए कपड़े पहन रखे थे। उस बच्‍चे ने अदिति को अपने साथ खेलने के लिए कहा, तो वह उसके साथ खेलने लगीं। कुछ समय बाद वह बच्‍चा अदिति से बोला कि आप यहीं रहो, विदेश न जाओ, मेरे साथ रोजाना खेला करो।

अदिति ने आगे बताया था कि बच्‍चे की बातें सुनकर उन्‍होंने उस पर काफी सोच‍ विचार किया। इसके बाद उन्‍होंने राजनीति में उतरने का फैसला लिया, और अपने पिता की तरह की लोगों की सेवा को अपना धर्म बना लिया।

कांग्रेस पार्टी से निलंबन के बाद अब 24 नवंबर 2021 के दिन अदिति सिंह ने भारतीय जनता पार्टी की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

जन्म व फैमिली

15 नवंबर 1987 के दिन अदिति सिंह का जन्‍म उत्‍तर प्रदेश के लखनऊ शहर में हुआ था। अदिति सिंह के पिता का नाम अखिलेश कुमार सिंह और मां का नाम वैशाली सिंह है। अखिलेश सिंह उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली सदर सीट से पांच बार विधायक रह चुके हैं। 20 अगस्‍त 2019 के दिन कैंसर के कारण अदिति के पिता का निधन हो गया था। अदिति सिंह की एक बहन भी हैं, जिनका नाम देवांशी सिंह है।

वह उत्तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा की सबसे कम उम्र की सदस्यों में से एक हैं । उन्होंने 2017 का विधानसभा चुनाव 90,000 से अधिक मतों के अंतर से जीता था।

शिक्षा

अदिति ने अपनी शुरूआती पढाई दिल्ली एवं मसूरी के स्कूलों से प्राप्त की उसके बाद वे आगे की पढाई के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका चली गई जहाँ पर उन्होंने ड्यूक विश्वविद्यालय में दखिला लिया और अपने मैनेजमेंट की डिग्री हासिल की। पढ़ाई के बाद वह राजनीति में आ गईं और विधायक बन गईं। 

  • कॉलेज – ड्यूक विश्वविद्यालय, अमेरिका

अदिति सिंह की शादी (Aditi Singh Marriage )

अदिति के पिता अखिलेश सिंह 2017 से ही बीमार चल रहे थे। उन्हें कैंसर हो गया था। 2019 में वह कैंसर से जंग हार गए। लेकिन जहां अपने अंतिम दिनों में वह बेटी को राजनीति में सेटल कर गए वहीं वह बेटी का रिश्ता भी पक्का कर गए थे।

उत्‍तर प्रदेश की रायबरेली सदर सीट से विधायक अदिति सिंह के पति का नाम अंगद सिंह सैनी है। अंगद सिंह पंजाब के नवां शहर (अब शहीद भगत सिंह नगर) से कांग्रेस विधायक हैं। 21 नवंबर 2019 के दिन अदिति और अंगद ने शादी की थी।

करियर

  • एक इंटरव्‍यू में अदिति ने बताया था कि उन्‍होंने अमेरिका की ड्यूक यूनिवर्सिटी से मैनेजमेंट‍ की डिग्री हासिल की। इसके साथ ही उन्‍होंने एक फैशन हाउस में चार महीने की अनपेड इंटर्नशिप भी की थी। दरअसल पहले अदिति अपना करियर फैशन के क्षेत्र में ही बनाना चाहती थीं।
  • इं‍टरव्‍यू में अदिति ने बताया था कि डिग्री पूरी करने के बाद जब वह अपने घर रायबरेली आईं, तब यहां के रहन-सहन से अंजान थीं। उन्‍होंने बताया कि वह शहर के गरीब लोगों की जिंदगी देखकर अंदर से हिल गई थीं।इसके बाद उन्‍होंने राजनीति में उतरने का फैसला लिया, और अपने पिता की तरह की लोगों की सेवा को अपना धर्म बना लिया।
  • राजनीति में उतरने का फैसला करने के बाद अदिति ने पहली बार उत्‍तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का चुनाव लड़ा। साल 2017 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर वह रायबरेली की सदर सीट से विधानसभा सदस्‍य चुनी गईं।
  • उत्‍तर प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार और कांग्रेस पार्टी के बीच साल 2020 में चल रहे बस विवाद पर अदिति सिंह ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था। इसके बाद कांग्रेस ने उन्‍हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही उनसे कांग्रेस महिला विंग की महा‍सचिव का पद भी छीन लिया गया था।
  • ऐसा माना जा रहा था कि अदिति सिंह भारतीय जनता पार्टी में शामिल होंगी। दरअसल बीते कई मुद्दों पर अदिति ने कांग्रेस के खिलाफ मुखर होकर बयान दिए और उत्‍तर प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार की खूब तारीफ की। इसके बाद अब 24 नवंबर 2021 के दिन अदिति सिंह ने औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

अदिति सिंह (Aditi Singh) के बारे में कुछ तथ्य

  • स्मोकिंग – नहीं
  • वह एक हिंदू परिवार से ताल्लुक रखती हैं।
  • राजनीति में उतरने का फैसला करने के बाद अदिति ने पहली बार उत्‍तर प्रदेश की 17वीं विधानसभा का चुनाव लड़ा। साल 2017 में कांग्रेस पार्टी के टिकट पर वह रायबरेली की सदर सीट से विधानसभा सदस्‍य चुनी गईं।
  • जब पूर्व केंद्रीय मंत्री जितिन प्रसाद ने कांग्रेस पार्टी छोड़ दी थी तो तब अदिति हमलावर हो गई थी और कांग्रेस पार्टी पर हमला बोलते हुए कहा था की जब जितिन प्रसाद एवं ज्योतिरादित्य सिंधिया जैसे पढ़े लिखे ,युवा ,अनुभवी नेता लोग पार्टी छोड़ रहे है तो कांग्रेस पार्टी को अपने नेतत्व का आत्ममंथन करना चाहिए यह एक ऐसा नुकसान हे जिसकी बाद में कांग्रेस पार्टी भरपाई नहीं कर पायेगी।
  • जब नरेन्द्रमोदी की सरकार ने जम्मू कश्मीर से अनुच्छेद 370 हटाया था तब पूरी कांग्रेस बीजेपी हाथ धोके पड़ गई थी और इसे सरकार का गलत निर्णय बताने पर तुली हुई थी लेकिन अदिति उस समय कांग्रेस की सदस्य होने के नाते भी केंद्र सरकार को सपोर्ट कर रही थी और नरेन्द्रमोदी के इस इस फैसले की सराहना कर रही थी।
  • उत्‍तर प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार और कांग्रेस पार्टी के बीच साल 2020 में चल रहे बस विवाद पर अदिति सिंह ने सीएम योगी की तारीफ करते हुए कांग्रेस पार्टी पर निशाना साधा था। इसके बाद कांग्रेस ने उन्‍हें पार्टी से निलंबित कर दिया था। इसके साथ ही उनसे कांग्रेस महिला विंग की महा‍सचिव का पद भी छीन लिया गया था।
  • बीते कई मुद्दों पर अदिति ने कांग्रेस के खिलाफ मुखर होकर बयान दिए और उत्‍तर प्रदेश की योगी आदित्‍यनाथ सरकार की खूब तारीफ की। इसके बाद अब 24 नवंबर 2021 के दिन अदिति सिंह ने औपचारिक रूप से भाजपा की सदस्‍यता ग्रहण कर ली।

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