हमारे धर्म ग्रंथों में बहुत से ऐसे कामों के बारे में बताया गया है ,जिन्हें करने से हमारे मान-सम्मान में कमी आ सकती है।  

इनमें से कुछ बातें तो हम समझते ही हैं, लेकिन फिर भी ग्रंथों में इन कामों को करने से स्पष्ट रूप से मना किया गया है।  

मनु स्मृति के एक श्लोक के अनुसार, जब महिलाएं कुछ खास काम कर रही हों तो उन्हें नहीं देखना चाहिए, ऐसा करने से पुरुषों की कई तरह की परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है। 

1. मनु स्मृति के अनुसार, भोजन करती हुई स्त्री को नहीं देखना चाहिए क्योंकि इस स्थिति में जब कोई महिला को देखता है तो उसे असहजता का अनुभव होता है और वे ठीक तरीके से भोजन नहीं कर पातीं। 

2. छिंकती या जंभाई लेती महिला की ओर देखना भी शिष्टाचार के विरुद्ध माना गया है। इन दोनों ही स्थिति में स्त्री स्वयं पर नियंत्रण नहीं पाती और इस समय उन्हें मर्यादा का भी भान नहीं रहता।  

3. आंखों में काजल लगाती यानी श्रृंगार करती महिला को जब कोई पुरुष देखता है ये स्थिति उसे असहज कर देती है। ऐसे में उसका ध्यान अपने श्रृंगार से हट जाता है और मन में तरह-तरह के विचार आने लगते हैं। 

4. तेल मालिश करती और बच्चे को जन्म देती स्त्री को भी कभी नहीं देखना चाहिए। हालांकि ये दोनों ही परिस्थिति किसी पुरुष के जीवन में शायद ही कभी बनती है।  

लेकिन अगर ऐसी स्थिति बन जाए तो शिष्टाचार के नाते और लोक निंदा के भय से उस स्थान से चले जाना ही उचित है।