ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि देव को क्रूर ग्रहों में से एक माना गया है.

credit:instagram

कहते हैं कि अगर किसी जातक की कुंडली में शनि कमजोर स्थिति में हो तो पीड़ित को नकारात्मक फल मिलते हैं.

credit:instagram

वैदिक ज्योतिष शास्त्र के अनुसार शनि सभी ग्रहों में सबसे धीमी गति से चलने वाला ग्रह माना जाता है.

credit:instagram

वे एक राशि से दूसरी राशि में ढाई साल में परिवर्तन करते हैं, जिसे शनि की ढैय्या कहा जाता है.

credit:instagram

वहीं, ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अगर शनि उच्च स्थिति में बैठे हो, तो व्यक्ति को जीवन में सभी चीजों की प्राप्ति होती है.

credit:instagram

कहते हैं कि व्यक्ति के कर्मों के आधार पर ही शनि देव फल प्रदान करते हैं. अच्छे कर्म करने वालों को शुभ तो बुरे कर्म करने वाले लोगों को शनि के दंड का सामना करना पड़ता है.

credit:instagram

जानें शनि के दंड से बचने और उन्हें क्रोधित होने से बचाने के लिए व्यक्ति को किन चीजों को नहीं करना चाहिए.

credit:instagram

1.किसी का उधार पैसा न लौटाना 2. पैर घसीटकर चलाना

credit:instagram

3. बैठे-बैठे पैर हिलाना 4. जूठे बर्तन छोड़ना

credit:instagram

5.गंदा बाथरूम 6. बड़ों का अनादर करना

credit:instagram